महाराष्ट्र के सांगली जिले के आटपाडी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां नेलकरंजी गांव में एक पिता ने अपनी 17 वर्षीय बेटी की बेरहमी से पिटाई कर उसकी जान ले ली. आरोपी धोंडीराम भोसले पेशे से एक शिक्षक है और उसने यह जघन्य अपराध केवल इसलिए किया, क्योंकि उसकी बेटी कॉलेज की परीक्षा में फेल हो गई थी.

धोंडीराम की पत्नी की ओर से पुलिस में शिकायत की गई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना 21 जून की रात की है. बेटी के परीक्षा में असफल होने की खबर मिलते ही धोंडीराम गुस्से से आगबबूला हो गया. उसने एक लकड़ी की छड़ी से अपनी बेटी को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया. पिटाई के दौरान वह लगातार कहता रहा कि वह उसे जान से मार देगा. मां ने किसी तरह बीच-बचाव करने की कोशिश की और घायल बेटी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, गंभीर चोटों के कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

आरोपी पुलिस हिरासत में

पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा BNS 103(1) और किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 75 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी को गिरफ्तार कर रविवार को आटपाडी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 23 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.

क्या बोले अधिकारी?

मामले की जांच कर रहे पुलिस निरीक्षक विनय बहिर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़की के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उसे बर्बरता से पीटा गया था. इस घटना के बाद सांगली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए. इस घटना से गांव में सन्नाटा पसरा है.

नीट मॉक टेस्ट में बेटी के फेल होने से आरोपी टीचर को इंसल्ट महसूस हो रहा था, यहीं वजह रहा कि उसने शुक्रवार की रात बेटी की बेरहमी से पिटाई कर दी और उसका मौत हो गई. साधना के सिर पर जोरदार चोट लगी थी और उसका पूरा शरीर जख्मी हो गया था. उसे सांगली के उषाकल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज से पहले ही उसकी मौत हो गई. उसने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 92.60% अंक प्राप्त किए थे. हालांकि, हाल ही में NEET अभ्यास परीक्षा में उसका प्रदर्शन उम्मीदों से कम रहा