MS Dhoni: जुनून, संयम और कप्तानी का दूसरा नाम, जानिए करियर के वो अहम मोड़
धोनी को क्रिकेट की दुनिया में किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है और वह अपने अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल दिनों में मैदान पर अपने शांत और शानदार कप्तानी कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं। सात जुलाई, 2025 को वह 44 वर्ष के हो गए।
भारत के महान क्रिकेटर और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। आईसीसी के सीमित ओवर के क्रिकेट टूर्नामेंट की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले दुनिया के एकमात्र कप्तान धोनी ने अपना 44वां जन्मदिन खास अंदाज में मनाया। इसकी तस्वीरें सामने आई हैं। उन्होंने झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) के अपने साथियों के साथ जन्मदिन मनाया और केक काटा।
इस दौरान माही बेहद खुश नजर आए। भारत के महानतम कप्तानों में शुमार धोनी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी बधाई दी है। बीसीसीआई ने विश करते हुए लिखा, 'टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी...धोनी को हैप्पी बर्थडे। भारत के पूर्व कप्तान और इस खेल को खेलने वाले दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक।'
शांत और शानदार कप्तानी से जीता दिल
धोनी को क्रिकेट की दुनिया में किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है और वह अपने अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल दिनों में मैदान पर अपने शांत और शानदार कप्तानी कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं। 15 अगस्त, 2020 को, धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की थी। धोनी के नेतृत्व में भारत ने सभी प्रारूपों में शीर्ष पर रही थी। उनकी कप्तानी में भारत दिसंबर 2009 से 18 महीनों के लिए टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर रहा था। टीम ने 2011 में 50 ओवर का विश्व कप और 2007 में उनकी कप्तानी में टी20 विश्व खिताब जीता था।
धोनी का सफर सबसे प्रेरणादायक कहानियों में से एक
धोनी का क्रिकेट के इतिहास में सबसे प्रेरणादायक यात्राओं में से एक रहा है। रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर के रूप में काम करने के बाद वह भारत के सबसे बड़े ट्रॉफी कलेक्टर भी बन गए और टीम की कप्तानी करते हुए आईसीसी टी20 विश्व कप 2007, आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2011 और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2013 में टीम की कप्तानी की। उन्होंने 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया और एक पावर हिटर के रूप में खुद का नाम बनाया। हालांकि, समय के साथ एक फिनिशर के रूप में खुद को ढाला। वह समय पर आक्रामक बल्लेबाजी करने के साथ-साथ परिस्थिति के मुताबिक खुद को ढालने में माहिर थे।
धोनी का अंतरराष्ट्रीय करियर
चेन्नई सुपर किंग्स में 'थाला' के रूप में जाने जाने वाले धोनी ने भारत के लिए 98 टी20 खेले, जिसमें 126.13 के स्ट्राइक रेट से 37.60 की औसत से 1,617 रन बनाए। उनके नाम इस प्रारूप में दो अर्धशतक हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 56 रन है। टेस्ट की बात करें तो धोनी ने 90 मैच खेले, जिसमें 38.09 की औसत से 4,876 रन बनाए। उन्होंने 224 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ छह शतक और 33 अर्धशतक बनाए। वह टेस्ट में भारत के लिए 14वें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। एक कप्तान के रूप में उन्होंने 60 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया, जिसमें से उन्होंने 27 मैच जीते, 18 हारे और 15 ड्रॉ रहे।
धोनी की कप्तानी में भारत ने रचा इतिहास
45 फीसद के जीत प्रतिशत के साथ, वह सभी युगों में भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने टीम इंडिया को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक रैंकिंग दिलाई। वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को व्हाइटवॉश करने वाले एकमात्र भारतीय कप्तान भी हैं। ऐसा उन्होंने 2010-11 और 2012-13 की सीरीज में किया था। भारत ने 72 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की अगुआई करते हुए 41 में जीत दर्ज की और 28 हारे, एक बराबरी पर रहा जबकि दो नतीजे हासिल करने में नाकाम रहे। उनका जीत प्रतिशत 56.94 है।
आईपीएल में अभी भी खेल रहे धोनी
आईसीसी खिताब के लिए भारत का मार्गदर्शन करने के अलावा, उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और चैंपियंस लीग टी20 में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को फ्रेंचाइजी का गौरव भी दिलाया है। उन्होंने सीएसके को 2010, 2011, 2018, 2021 और 2023 में पांच आईपीएल खिताब दिलाए हैं। धोनी की कप्तानी में सीएसके ने 2010 और 2014 में चैम्पियंस लीग टी20 का खिताब जीता है। धोनी ने 2016 से 2017 में सीएसके के बैन होने पर राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के लिए खेले थे। आईपीएल में धोनी ने 278 मैच खेले हैं। इनमें उन्होंने 38.30 की औसत और 137.45 के स्ट्राइक रेट से 5,439 रन बनाए हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में 24 अर्धशतक भी लगाए हैं। उनके नाम 158 कैच और 47 स्टंपिंग भी हैं।