भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के बीच एम्स भोपाल ने आपातकालीन चिकित्सा तैयारियों को किया सुदृढ़

भोपाल । भारत और पाकिस्तान के बीच जारी सैन्य संघर्ष के मद्देनज़र, 10 मई 2025 को एम्स भोपाल में एक उच्च-स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के सभी विभागों की सक्रिय सहभागिता रही। यह बैठक कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में आपातकालीन परिस्थितियों में निरंतर और प्रभावी चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु व्यापक रणनीतियाँ बनाई गईं। राष्ट्रीय सेवा के प्रति प्रतिबद्ध एक अग्रणी संस्थान के रूप में, एम्स भोपाल ने राज्य और रक्षा चिकित्सा सेवाओं के साथ समन्वय के लिए सक्रिय पहल की है। इस संदर्भ में, दो महत्वपूर्ण पत्र क्रमशः मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, भोपाल तथा कमांडेंट, मिलिट्री हॉस्पिटल, बैरागढ़ को प्रेषित किए गए हैं, जिनमें यह बताया गया है कि एम्स भोपाल इस आपातकालीन स्थिति में एक नोडल सेंटर के रूप में कार्य कर रहा है तथा आवश्यकता पड़ने पर समन्वय एवं स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति के लिए संबंधित संस्थाओं से सहयोग प्राप्त किया जाएगा। संस्थान ने यह भी अनुरोध किया है कि उपरोक्त जानकारी समस्त शासकीय एवं निजी चिकित्सा संस्थानों को प्रसारित की जाए, ताकि सामूहिक एवं समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित हो सके। इसके साथ ही, उप निदेशक (प्रशासन) को सभी आवश्यक समन्वय कार्यों हेतु अधिकृत किया गया है।
इस गंभीर परिस्थिति पर प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “देश की सेवा में समर्पित एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान होने के नाते एम्स भोपाल अपने कर्तव्य का निर्वहन पूर्ण निष्ठा एवं तत्परता के साथ कर रहा है। हमने किसी भी प्रकार की चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने हेतु सभी आवश्यक तैयारियाँ कर ली हैं। यह हम सबकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में हम देश के रक्षा बलों एवं नागरिकों को सर्वोत्तम चिकित्सा सहायता प्रदान करें।” इसके अतिरिक्त, प्रशासनिक निर्णय के अंतर्गत, सभी संकाय सदस्यों, अधिकारियों, रेजिडेंट डॉक्टरों एवं कर्मचारियों की छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं। जो कर्मचारी अवकाश पर हैं या जिन्हें पूर्व में अवकाश स्वीकृत किया गया था, उन्हें भी तुरंत कार्य पर उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं ताकि सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित की जा सके।