महाकुंभ मेला, जो दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है, इस बार 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित किया गया. 45 दिनों तक चला यह भव्य आयोजन 26 फरवरी 2025, दिन बुधवार को संपन्न हुआ और अपनी विशालता के साथ एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित किया. इस मेला में लगभग 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई. यह संख्या अमेरिका की कुल आबादी से भी ज्यादा थी. इस आयोजन ने न सिर्फ भारतीय श्रद्धालुओं को आकर्षित किया, बल्कि दुनियाभर से लोग यहां आए थे. अब, जब महाकुंभ 2025 समाप्त हो चुका है, तो अगला कुंभ मेला कब और कहां होगा, यह सवाल लोगों के मन में उठ रहा है.

अगला कुंभ मेला कब होगा?
कुंभ मेला भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है, जो चार प्रमुख स्थानों – प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में आयोजित किया जाता है. अगला कुंभ मेला 2027 में महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित होगा. यह आयोजन 17 जुलाई से 17 अगस्त तक चलेगा. नासिक में होने वाला यह मेला त्र्यंबकेश्वर के पास स्थित होगा, जो गोदावरी नदी के किनारे बसा हुआ है. यह स्थल पवित्र त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जो भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है.

महाकुंभ मेला, जो दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है, इस बार 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित किया गया. 45 दिनों तक चला यह भव्य आयोजन 26 फरवरी 2025, दिन बुधवार को संपन्न हुआ और अपनी विशालता के साथ एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित किया. इस मेला में लगभग 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई. यह संख्या अमेरिका की कुल आबादी से भी ज्यादा थी. इस आयोजन ने न सिर्फ भारतीय श्रद्धालुओं को आकर्षित किया, बल्कि दुनियाभर से लोग यहां आए थे. अब, जब महाकुंभ 2025 समाप्त हो चुका है, तो अगला कुंभ मेला कब और कहां होगा, यह सवाल लोगों के मन में उठ रहा है. आइए जानते हैं इस विषय में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.

अगला कुंभ मेला कब होगा?
कुंभ मेला भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है, जो चार प्रमुख स्थानों – प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में आयोजित किया जाता है. अगला कुंभ मेला 2027 में महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित होगा. यह आयोजन 17 जुलाई से 17 अगस्त तक चलेगा. नासिक में होने वाला यह मेला त्र्यंबकेश्वर के पास स्थित होगा, जो गोदावरी नदी के किनारे बसा हुआ है. यह स्थल पवित्र त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जो भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है.

कुंभ मेला हर तीन साल में क्यों होता है?
कुंभ मेला एक विशेष धार्मिक आयोजन है जो हर तीन साल में एक शहर में आयोजित होता है. इसे चार प्रमुख स्थानों पर मनाया जाता है – प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन. इन शहरों में हर चार साल में एक कुंभ मेला आयोजित होता है, जबकि हर छह साल में अर्ध कुंभ मेला और हर बारह साल में पूर्ण कुंभ मेला आयोजित किया जाता है. महाकुंभ मेला, जो हाल ही में संपन्न हुआ था, 12 सालों में एक बार आयोजित होता है और इसे 144 साल में एक बार मिलने वाली विशेष धार्मिक घटना माना जाता है.

महाकुंभ मेला 2025 की विशेषताएं
महाकुंभ मेला 2025 ने अपनी विशालता और आकर्षण के कारण पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया. इस मेले में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और अन्य प्रमुख हस्तियों के साथ-साथ बॉलीवुड के कई स्टार्स भी शामिल हुए थे. अक्षय कुमार, कैटरीना कैफ, विक्की कौशल और क्रिस मार्टिन जैसी मशहूर हस्तियां इस आयोजन का हिस्सा बनीं. इसके अलावा, 77 देशों के 118 राजनयिकों ने भी इस धार्मिक अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जो इस मेले की वैश्विक महत्वता को दर्शाता है.