बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व ने एक बार फिर जनवरी 2025 में मध्य भारतीय टाइगर रिजर्वों के बीच फुट पेट्रोलिंग तीव्रता के मामले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। ्रञ्जक्र लगातार शीर्ष स्थान पर रहा है और गश्त तीव्रता के मामले में ‘ग्रीन ज़ोन’ में बना हुआ है, जो इसकी प्रभावी संरक्षण रणनीतियों को दर्शाता है। यह आंकड़े रू-स्ञ्जह्म्ढ्ढक्कश्वस् ऐप आधारित गश्त डेटा पर आधारित हैं, जो मध्य भारतीय टाईगर रिजर्वों के प्रदर्शन समीक्षा के तहत तैयार किए गए हैं। एक वैज्ञानिक प्रणाली है, जिसका उपयोग बाघ संरक्षण और गश्त की निगरानी के लिए किया जाता है। फुट पेट्रोलिंग वन संरक्षण और बाघों की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे अवैध शिकार, अतिक्रमण और अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जाता है। ्रञ्जक्र प्रबंधन द्वारा गश्ती दलों की नियमित निगरानी, अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के कारण यह उपलब्धि हासिल हुई है। अचानकमार टाईगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक मनोज पांडे ने इस अवसर पर वन विभाग, गश्ती दल और स्थानीय समुदायों को बधाई देते हुए कहा, यह सफलता हमारे वन कर्मियों के समर्पण और अथक प्रयासों का प्रमाण है। ्रञ्जक्र में संरक्षण कार्यों को और मजबूत किया जाएगा ताकि यह उपलब्धि सतत बनी रहे। एटीआर के उपनिदेशक गणेश यू आर ने भी सभी फील्ड अधिकारियों और कर्मचारियों को इस बाबत बधाई दी । यह दूसरी बार है,जब ्रञ्जक्र ने इस सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वन्यजीव संरक्षण के प्रति यहां की रणनीतियाँ प्रभावी साबित हो रही हैं। भविष्य में भी गश्त व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाएगा।