रांची। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने मैट्रिक की हिंदी और साइंस की परीक्षा रद कर दी है। इसकी सूचना काउंसिल के सचिव ने 20 फरवरी को जारी कर दी है। इसकी जानकारी परीक्षा से संबंधित सभी छात्र छात्राओं, उनके अभिभावकों, संबंधित प्राचार्यों, केंद्राधीक्षकों एवं पदाधिकारियों को दी गई है।

जारी सूचना में कहा गया इंटरनेट मीडिया में वायरल एवं समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त सूचना के आधार पर 18 फरवरी को प्रथम पाली में हुई हिंदी (कोर्स ए और बी) और 20 फरवरी को प्रथम पाली में हुई साइंस विषय की परीक्षा रद कर दी गई।

उक्त विषयों की पुनर्परीक्षा के आयोजन की तिथि संबंधी सूचना बाद में प्रकाशित की जाएगी। जैक बोर्ड के उच्च पदस्थों द्वारा जारी सूचना के बाद परीक्षार्थियों में जहां निराशा है वहीं उन्होंने एकस्वर में कहा कि इसमें हमारा क्या कसूर है, इसके बाद भी हमलोग दोनों विषयों की परीक्षा पूरे उत्साह के साथ देंगे।

बताया जा रहा है कि पेपर लीक करने के लिए क्यूआर कोड और पासवर्ड का इस्तेमाल किया गया था। सेटर ने प्रश्नपत्र के लिए 350 रुपये की मांग की थी।

परीक्षार्थियों ने ये कहा 
परीक्षा की तिथि तय होते ही तैयारी में जुट गए थे लेकिन समाज के ही कुछ असामाजिक तत्वों की मिलीभगत से प्रश्न पत्र लीक कर दिया गया। अब दोबारा परिश्रम करना होगा।

प्रश्न पत्र लीक मामले में लापरवाही किसी की भी हो लेकिन नुकसान तो हमारा ही है। हमलोग दोबारा पूरे उत्साह और तैयारी के साथ दोनों विषयों की परीक्षा देंगे।

लापरवाही कोई करे और खामियाजा हमलोगों को भुगतना पड़ रहा है। प्रश्न पत्र लीक होने के बाद भी हमारे हौसले बुलंद हैं और दोबारा तैयारी कर परीक्षा देंगे।

दो विषयों की परीक्षा रद किए जाने से हमारी तैयारी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम दोबारा पूरे उत्साह और दमखम के साथ परीक्षा देंगे।

प्रश्न पत्र लीक होने से हमारा सेशन लेट होने की संभावना है। अन्य राज्यों में ऐसी समस्याएं नहीं आती हैं जबकि हमारे राज्य में यह आम बात हो गई है।

परीक्षा की तैयारी करने के बाद ही परीक्षा केंद्र तक आते हैं लेकिन हमारी संवेदनाओं का ख्याल नहीं रखा जाता है। ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।