पटना । पटना हाइकोर्ट के वकील ने खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि वकील का पत्नी से विवाद था, जिसके बाद से दोनों अलग रह रहे थे। इस वजह से वकील डिप्रेशन में था। मृतक की पहचान गांधीनगर इलाके के रूपेश कुमार (29) के तौर पर हुई है। रूपेश मूल रूप से वैशाली के नारायणपुर गांव के रहने वाले थे।
नई रस्सी से फंदा बना हुआ है, जिससे आशंका हैं कि रूपेश ने सुसाइड की योजना पहले ही कर ली थी। 13 फरवरी को रूपेश ने अपने दोस्त से बात की थी। दोस्त को उसकी बातों से संदेह होने लगा कि रूपेश कुछ गलत कदम उठा सकता है।
जिसके बाद दोस्त ने रूपेश की मां को फोन कर जानकारी दी। मां वैशाली से रात में ही पटना स्थिति रूपेश के कमरे में पहुंची। मौके पर पहुंचने पर देखा कि दरवाजा अंदर से बंद था। वहां मौजूद लोगों ने कहा कि हो सकता है रुपेश सो रहे हों।
रूपेश की मां रात भर रूपेश के कमरे के बाहर बैठी रही। शुक्रवार सुबह भी काफी आवाज देने के बाद जब उन्होंने दरवाजा नहीं खुला तब परिजनों (रूपेश की मां, मौसी और मौसा) ने इसकी सूचना थाने को दी। पुलिस मौके पर पहुंचीं और दरवाजा तोड़कर देखा कि अंदर रूपेश की बॉडी फंदे से लटकी थी।
कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में कैंसर का भी जिक्र किया था। रूपेश ने लिखा, 2017 में जब कैंसर हुआ तब मैं जीत गया। तब मेरे अपने मेरे साथ थे। पर आज मेरे अंदर मानसिक तनाव है जो कैंसर से भी ज्यादा पीड़ा दे रही है। जिसे मैं नहीं झेल पा रहा हूं। इसमें किसी की गलती नहीं है। रूपेश के अलावा परिवार में दो लोग और हैं। एक मां और एक बहन। पिता अरुण कुमार ठाकुर की मौत पहले ही हो गई थी। परिवार का सारा दारोमदार रूपेश पर ही था।
पुलिस को परिजनों ने बताया कि रूपेश की शादी 2022 में हुई थी। कुछ दिन बाद से ही पति-पत्नी में विवाद होने लगा और दोनों अलग रहने लगे। शादी के कुछ दिन बाद ही दोनों में झगड़े होने लगे थे। इससे परेशान होकर कुछ महीने पहले रूपेश की पत्नी अपने मायके चली गई थी। तभी से रूपेश मानसिक तनाव में थे। उससे उनका काम भी प्रभावित हो रहा था।